रिहाई के बाद पहली बार आनंद मोहन का बयान सामने आया है। आनंद मोहन ने गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि मैं दोषी हूं तो सूली पर चढ़ा दो…गोली मरवा दो। यूं पल-पल जलील होना मुझे गवारा नहीं है।
16 साल जेल में रहने पर कहा कि हम भी माननीय रहे हैं। हमने कानून बनाया था। हमारी पत्नी लवली आनंद ने भी कानून बनाया था। जिसने कानून बनाया उसका उसी से मुंह फेरना मर्द का काम नहीं है। मैं लोकतंत्र के सम्मान के लिए जेल गया था।
आनंद मोहन ने ये भी कहा कि लालकृष्ण आडवाणी और नवीन पटनायक से पूछिए कि मैं क्या चीज हूं।
जेल से रिहाई के बाद आनंद मोहन पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए। फारबिसगंज के फैंसी मार्केट में बुधवार को बाबू वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में आनंद मोहन मुख्य अतिथि थे। यहां उन्होंने रिहाई पर अपना ये बयान दिया है।
आनंद मोहन के साथ उनकी पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद भी मौजूद थीं। बीजेपी सांसद और विधायक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, लेकिन दोनों ने आनंद मोहन से दूरी बनाकर रखी। मंच साझा नहीं किया।
इस कार्यक्रम में आनंद मोहन मुख्य अतिथि थे।
मेरे खिलाफ साजिशें चल रही हैं
आनंद मोहन सिंह और लवली आनंद ने भी कृष्णैया की पत्नी से सच्चाई जानने की गुजारिश की। आनंद मोहन ने कहा कि वो राजनीतिक हथकंडे का शिकार हो रही हैं। मेरे खिलाफ साजिशें चल रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं निर्दोष हूं। मुझे कानून पर विश्वास है। मैं निर्दोष हूं, इसलिए रिहा हुआ हूं।
देश किसी के बाप का नहीं है
आनंद मोहन ने कहा- यह देश किसी के बाप का नहीं है। सब के खून से सींचा गया चमन भारत है। हिंदुस्तान सभी जाति और धर्मों से मिलकर बना है। यहां के लोगों को संविधान पर पूर्ण विश्वास है। मैं हमेशा सिद्धांत की लड़ाई लड़ने वाला व्यक्ति हूं।
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